सत बराबर तप नहीं, -हजयूठ बराबर पाप,
ताके हृदय सांच है, जाके हृदय आप ।
राजा देश बड़ौ परपंची,
रैयत रहत उजारी,
इतते उत उतते इतरहु,
यम की सौ-सजय़ सवारी,
घर के खसम
बधिक वे राजा,
परजा क्या छोंकौं,
विचारा ।
घन गरजै, दामिनि दमकै, बंूदैं बरसैं, -हजयर लाग गए
हर तालाब में कमल खिले, तहां भानु परगट भए ।
दिन को रोजा रहत है, राति हनत है गाय ।
यहा खून वै वंदगी, क्यों कर खुशी खोदाय ।
तू बाम्हन में कासी का जुलाहा, बू-हजयौ मोर गियाना ।
सिंकदर लोदी का कोपभोजन बना ।
सत बराबर तप नहीं, -हजयूठ बराबर पाप,
ताके हृदय सांच है, जाके हृदय आप ।
राजा देश बड़ौ परपंची,
रैयत रहत उजारी,
इतते उत उतते इतरहु,
यम की सौ-सजय़ सवारी,
घर के खसम
बधिक वे राजा,
परजा क्या छोंकौं,
विचारा ।
घन गरजै, दामिनि दमकै, बंूदैं बरसैं, -हजयर लाग गए
हर तालाब में कमल खिले, तहां भानु परगट भए ।
दिन को रोजा रहत है, राति हनत है गाय ।
यहा खून वै वंदगी, क्यों कर खुशी खोदाय ।
तू बाम्हन में कासी का जुलाहा, बू-हजयौ मोर गियाना ।
सिंकदर लोदी का कोपभोजन बना ।
दर की बात कहो दरवेसा
बादशाह है कौन भेसा
कहा कूच कर हि मुकाया,
मैं तोहि पूछा मुसलमाना
लाल जर्द का ताना बाना
कौन सुरत का करहु सलामा ।
भाई रे दुई जगदीश कहां से आया?
कहु कौने भरमाया
अल्लाह, राम, करीमा, केशव,
हरि हजरत नाम धराया ।
गहना एक कनक ते गहना,
यामे भाव न दूजा
कहन सुनन को दुई करि थापे ।
इक निमाज एक पूजा
वहीं महादेव वही मुहम्मद ।
ब्रम्हा आदम कहिए
को हिंदू को तुरक कहावे
,
एक जिमीं पर रहिए ।
काजी करहु तुम कैसा,
घर घर जब हकरा बहुत बैठा।
बकरी किंह फरगाया,
किसके कहे तुम छुरी चलाया ।
/
// शादी का रजिस्ट्र्ेशन //
सभी धर्मो के लिये शादी का रजिस्टे्र्ेशन अनिवार्य कर दिया गया है
केन्द्र सरकार ने जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण कानून में संसोधन के द्वारा यह शामिल किया है कि सुप्रिमकोर्ट ने 2006 में सभी धर्मो के लिये विवाह पंजीकरण कानून बनाने के निर्देश दिये थे । सीमा बनाम अश्विनी कुमार के मामले में वे किसी भी धर्म से संबंधित हों । सभी का विवाह पंजीयन अनिवार्य होना चाहिये ।
शादी के रजिस्ट्र्ेशन से यह लाभ होगा कि:-
1- वैवाहिक मामलों में महिलाओं को उत्पीडन से बचाया जा सकेगा ।
2- बाल विवाह जैसी समस्याओं से भी निजात मिलेगी ।
3- संबंधित पक्षों को अंधेरे में रख कर होने वाली शादियों पर पावंदी लगेगी
4- गैर कानूनी बहुविवाह पर रोक लगाने में मदद मिलेगी ।
5- विवाह के लिए न्यूनतम आयु की पावंदी लागू की जा सकेगी ।
6- विवाहित स्त्रियों को अपने ससुराल मं रखने का हक हांसिल करने में आसानी होगी ।
7- महिलाओं को विवाह का सबूत देने के लिए भटकना नहीं होगा ।
अब यह होगा
नये कानून के आने पर सभी धर्मोके लोगों के लिए एक ही कानून जन्म, मृत्यु एवं विवाह पंजीयन अधिनियम के तहत्शादी पंजीकृत की जाएगी ।इससे उनके धार्मिक अधिकारों और प्रक्रियाओं पर कोई प्रभाव नहीं पडेगा ।शादी संबंधी किसी भी विवाद का निपटारा अपने अपने धर्मो क विवाह कानूनों के तहत्ही होगा ।
/देश मंे महिलाओं की स्थिति //
पूरे देश में बेटियों की स्थिति बहुत अच्छी नहीं हैं । बल्कि कईजगह तो हालाॅत झकझोर देने वाले मिले ।ऐसे में बेटी बचाने को सिर्फ अभियान न माने । ये मानवता के लिए जरूरी है ।
सोतः जनगणना 2011, स्वास्थ्य मंत्रालय, डबल्यू.एच.ओ. नेशनल क्राइम रिकाॅर्ड व्यूरों, यूनिसेफ, मानव संसाधन विकास
मंत्रालय
जोधपुर मंे जन्मी हैयह बच्ची लडका पाने की चाह में दो परिवार इससे किनारा करते रहे । दस दिनों तक अपनाया नहीं । लेकिन ऐसा नहीं हैकि ये कहानी सिर्फ इसी बच्च की है। इस बच्च के बहाने भास्कर ने पूरे देश में बेटियों के हालात पर नजर डाली ।
इससे तो बेहतर हो कि मैं:-
मिजोरम में जन्म लती । किसी राज्य के मुकाबले यही सबसे अच्छी स्थिति है । एक हजार लडको पर 971 लडकिया। हरियाणा में यह अनुपात सबसे कम है । हजार लडकांे पर 830 लडकियाॅं ।
सुना था गुजरात में महिलाओं की स्थिति सबसे मजबूत है, लेकिन वहीं के मेहसाणा में तो मैं जन्म भी न ले पाती । एक हजार लडकों पर मेरे जैसी 760 ही हैं वहाॅ । यानी किसी एक शहर मं सबसे बुरी हाॅलत ।
अच्छा है कि झारखण्ड में न जन्मी । बचपन में ही शादी कर दी जाती । सबसे ज्यादा बाल विवाह यहीं होते हैं ।
झारखण्ड में होती ते मेरी सेहत का पता नहीं क्या हाॅल होता । सबसे ज्यादा एनीमिया की शिकार 70.6 प्रतिशत महिलाएं इसी राज्य में हैं ।
सब कुछ ठीक रहा तो केरल में रहना चाहूंगी ।महिलाओं की औसत उम्र यहां 75 साल है ।
राजस्थान में तो मेरी पढाई मुश्किल है । पढ सके ऐसी महिलाएं 52.7 प्रतिशत ही है । जबकि केरल में यह 91.9 है ।
मैं यदि डाॅक्टर बनना चाहूं तो चंडीगढ में माहौल साथ देने वाला है।तभी तो वहां एक हजार की आबादी पर 7.5 महिला डाॅक्टर हैं । देश में सबसे ज्यादा बिहार में सबसे कम 0.26 हैं ।
शादी के बाद हमारी सबसे बडी समस्या है दहेज । यू.पी. में शादी न हो तो ही अच्छा यहां हर साल दहेज के लिए सबसे ज्यादा मौतें होती हैं ।
मेरे देश की राजधानी दिल्ली ही मेरे लिए सुरक्षित नहीं हैं ।महिलाओं पर होने वाले कुल अपराधों में एक चैथाई यहीं होते हैं ।
मुझे त्रिपुरा से बहुत डर लगाता है । देश मं महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध यही हो रहे हैं । हालांकि बडे राज्यों में मध्यप्रदेश भी पीछे नहीं हैं ।
देश में सबसे खतरनाक है असम में रहना । यहां पिछले पांच सालों में 7164 महिलाएं बलात्कार की शिकार हुई ।
राजस्थान विधानसभा में हैं सबसे ज्यादा महिला विधायक 14.5 प्रतिशत । नागालैंड में एक भी नहीं ।
देश की आबादी में हम 48.4 फीसदी हैं:-
भगवान न करे, मुझे दिल की बीमारी हो । 22 फीसदी बेटियों को ही इसका अपचार मिल जाता है ।जबकि लडकां को 70 फीसदी ।
दुःख तो इस बात का भी है कि हमें ठीक से खाना नहीं मिलता । तभी तो 18 से कम उम्र की 90 फीसदी बेटियेां को एनीमिया है । लडकों से कहीं ज्यादा ।
मुझे देश से कोई शिकायत नहीं हैं, लेकिन फाइटर पायलटनहीं बन सकती । मोर्चे पर नहीं जा सकती ।जिसे वे फुल कमीशन कहते हैं ।
मेरे लिए काॅलेज जाना बेहद मुश्किल हैं ।11 फीसदी बेटियों को ही भेजा जाता हैवहां तक ।जबकि 15 फीसदी लडकों को उच्च शिक्षा के लिए भेजा जाता है ।
ताके हृदय सांच है, जाके हृदय आप ।
राजा देश बड़ौ परपंची,
रैयत रहत उजारी,
इतते उत उतते इतरहु,
यम की सौ-सजय़ सवारी,
घर के खसम
बधिक वे राजा,
परजा क्या छोंकौं,
विचारा ।
घन गरजै, दामिनि दमकै, बंूदैं बरसैं, -हजयर लाग गए
हर तालाब में कमल खिले, तहां भानु परगट भए ।
दिन को रोजा रहत है, राति हनत है गाय ।
यहा खून वै वंदगी, क्यों कर खुशी खोदाय ।
तू बाम्हन में कासी का जुलाहा, बू-हजयौ मोर गियाना ।
सिंकदर लोदी का कोपभोजन बना ।
सत बराबर तप नहीं, -हजयूठ बराबर पाप,
ताके हृदय सांच है, जाके हृदय आप ।
राजा देश बड़ौ परपंची,
रैयत रहत उजारी,
इतते उत उतते इतरहु,
यम की सौ-सजय़ सवारी,
घर के खसम
बधिक वे राजा,
परजा क्या छोंकौं,
विचारा ।
घन गरजै, दामिनि दमकै, बंूदैं बरसैं, -हजयर लाग गए
हर तालाब में कमल खिले, तहां भानु परगट भए ।
दिन को रोजा रहत है, राति हनत है गाय ।
यहा खून वै वंदगी, क्यों कर खुशी खोदाय ।
तू बाम्हन में कासी का जुलाहा, बू-हजयौ मोर गियाना ।
सिंकदर लोदी का कोपभोजन बना ।
दर की बात कहो दरवेसा
बादशाह है कौन भेसा
कहा कूच कर हि मुकाया,
मैं तोहि पूछा मुसलमाना
लाल जर्द का ताना बाना
कौन सुरत का करहु सलामा ।
भाई रे दुई जगदीश कहां से आया?
कहु कौने भरमाया
अल्लाह, राम, करीमा, केशव,
हरि हजरत नाम धराया ।
गहना एक कनक ते गहना,
यामे भाव न दूजा
कहन सुनन को दुई करि थापे ।
इक निमाज एक पूजा
वहीं महादेव वही मुहम्मद ।
ब्रम्हा आदम कहिए
को हिंदू को तुरक कहावे
,
एक जिमीं पर रहिए ।
काजी करहु तुम कैसा,
घर घर जब हकरा बहुत बैठा।
बकरी किंह फरगाया,
किसके कहे तुम छुरी चलाया ।
/
// शादी का रजिस्ट्र्ेशन //
सभी धर्मो के लिये शादी का रजिस्टे्र्ेशन अनिवार्य कर दिया गया है
केन्द्र सरकार ने जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण कानून में संसोधन के द्वारा यह शामिल किया है कि सुप्रिमकोर्ट ने 2006 में सभी धर्मो के लिये विवाह पंजीकरण कानून बनाने के निर्देश दिये थे । सीमा बनाम अश्विनी कुमार के मामले में वे किसी भी धर्म से संबंधित हों । सभी का विवाह पंजीयन अनिवार्य होना चाहिये ।
शादी के रजिस्ट्र्ेशन से यह लाभ होगा कि:-
1- वैवाहिक मामलों में महिलाओं को उत्पीडन से बचाया जा सकेगा ।
2- बाल विवाह जैसी समस्याओं से भी निजात मिलेगी ।
3- संबंधित पक्षों को अंधेरे में रख कर होने वाली शादियों पर पावंदी लगेगी
4- गैर कानूनी बहुविवाह पर रोक लगाने में मदद मिलेगी ।
5- विवाह के लिए न्यूनतम आयु की पावंदी लागू की जा सकेगी ।
6- विवाहित स्त्रियों को अपने ससुराल मं रखने का हक हांसिल करने में आसानी होगी ।
7- महिलाओं को विवाह का सबूत देने के लिए भटकना नहीं होगा ।
अब यह होगा
नये कानून के आने पर सभी धर्मोके लोगों के लिए एक ही कानून जन्म, मृत्यु एवं विवाह पंजीयन अधिनियम के तहत्शादी पंजीकृत की जाएगी ।इससे उनके धार्मिक अधिकारों और प्रक्रियाओं पर कोई प्रभाव नहीं पडेगा ।शादी संबंधी किसी भी विवाद का निपटारा अपने अपने धर्मो क विवाह कानूनों के तहत्ही होगा ।
/देश मंे महिलाओं की स्थिति //
पूरे देश में बेटियों की स्थिति बहुत अच्छी नहीं हैं । बल्कि कईजगह तो हालाॅत झकझोर देने वाले मिले ।ऐसे में बेटी बचाने को सिर्फ अभियान न माने । ये मानवता के लिए जरूरी है ।
सोतः जनगणना 2011, स्वास्थ्य मंत्रालय, डबल्यू.एच.ओ. नेशनल क्राइम रिकाॅर्ड व्यूरों, यूनिसेफ, मानव संसाधन विकास
मंत्रालय
जोधपुर मंे जन्मी हैयह बच्ची लडका पाने की चाह में दो परिवार इससे किनारा करते रहे । दस दिनों तक अपनाया नहीं । लेकिन ऐसा नहीं हैकि ये कहानी सिर्फ इसी बच्च की है। इस बच्च के बहाने भास्कर ने पूरे देश में बेटियों के हालात पर नजर डाली ।
इससे तो बेहतर हो कि मैं:-
मिजोरम में जन्म लती । किसी राज्य के मुकाबले यही सबसे अच्छी स्थिति है । एक हजार लडको पर 971 लडकिया। हरियाणा में यह अनुपात सबसे कम है । हजार लडकांे पर 830 लडकियाॅं ।
सुना था गुजरात में महिलाओं की स्थिति सबसे मजबूत है, लेकिन वहीं के मेहसाणा में तो मैं जन्म भी न ले पाती । एक हजार लडकों पर मेरे जैसी 760 ही हैं वहाॅ । यानी किसी एक शहर मं सबसे बुरी हाॅलत ।
अच्छा है कि झारखण्ड में न जन्मी । बचपन में ही शादी कर दी जाती । सबसे ज्यादा बाल विवाह यहीं होते हैं ।
झारखण्ड में होती ते मेरी सेहत का पता नहीं क्या हाॅल होता । सबसे ज्यादा एनीमिया की शिकार 70.6 प्रतिशत महिलाएं इसी राज्य में हैं ।
सब कुछ ठीक रहा तो केरल में रहना चाहूंगी ।महिलाओं की औसत उम्र यहां 75 साल है ।
राजस्थान में तो मेरी पढाई मुश्किल है । पढ सके ऐसी महिलाएं 52.7 प्रतिशत ही है । जबकि केरल में यह 91.9 है ।
मैं यदि डाॅक्टर बनना चाहूं तो चंडीगढ में माहौल साथ देने वाला है।तभी तो वहां एक हजार की आबादी पर 7.5 महिला डाॅक्टर हैं । देश में सबसे ज्यादा बिहार में सबसे कम 0.26 हैं ।
शादी के बाद हमारी सबसे बडी समस्या है दहेज । यू.पी. में शादी न हो तो ही अच्छा यहां हर साल दहेज के लिए सबसे ज्यादा मौतें होती हैं ।
मेरे देश की राजधानी दिल्ली ही मेरे लिए सुरक्षित नहीं हैं ।महिलाओं पर होने वाले कुल अपराधों में एक चैथाई यहीं होते हैं ।
मुझे त्रिपुरा से बहुत डर लगाता है । देश मं महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध यही हो रहे हैं । हालांकि बडे राज्यों में मध्यप्रदेश भी पीछे नहीं हैं ।
देश में सबसे खतरनाक है असम में रहना । यहां पिछले पांच सालों में 7164 महिलाएं बलात्कार की शिकार हुई ।
राजस्थान विधानसभा में हैं सबसे ज्यादा महिला विधायक 14.5 प्रतिशत । नागालैंड में एक भी नहीं ।
देश की आबादी में हम 48.4 फीसदी हैं:-
भगवान न करे, मुझे दिल की बीमारी हो । 22 फीसदी बेटियों को ही इसका अपचार मिल जाता है ।जबकि लडकां को 70 फीसदी ।
दुःख तो इस बात का भी है कि हमें ठीक से खाना नहीं मिलता । तभी तो 18 से कम उम्र की 90 फीसदी बेटियेां को एनीमिया है । लडकों से कहीं ज्यादा ।
मुझे देश से कोई शिकायत नहीं हैं, लेकिन फाइटर पायलटनहीं बन सकती । मोर्चे पर नहीं जा सकती ।जिसे वे फुल कमीशन कहते हैं ।
मेरे लिए काॅलेज जाना बेहद मुश्किल हैं ।11 फीसदी बेटियों को ही भेजा जाता हैवहां तक ।जबकि 15 फीसदी लडकों को उच्च शिक्षा के लिए भेजा जाता है ।
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